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हैदरगढ़ से राघवेन्द्र मिश्रा/आशीष मिश्रा की स्पेशल खोज जितेंद्र सोनी(हड्डी रोग विशेषज्ञ)सरकारी डॉक्टर चला रहे निजी प्राइवेट अस्पताल, सीएचसी में ड्यूटी करने के दौरान भी देखते है प्राइवेट तौर पर मरीज हैदरगढ़।। बाराबंकी जिले में लगातार स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठते नजर आ रहे हैं दरअसल जहां एक ओर सरकार आम जन मानस को स्वास्थ्य और संतुलित रहने के लिए करोड़ों रुपये के बजट में सरकारी अस्पतालों में पैसा खर्चा कर रही हैं तो वहीं बाराबंकी जिले की तहसील हैदरगढ़ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात महाभृष्ट अधीक्षक मुकुंद पटेल की मिलीभगत से सरकारी डॉक्टर जितेंद्र सोनी अपना निजी प्राइवेट अस्पताल खोलकर जनता को लूटने का कार्य रहे हैं। चंद पैसों की लालच में ये सरकारी डॉक्टर सरकारी तंत्र व्यवस्था को ठेंगा दिखाने का कार्य रहे हैं। इतना ही नही अपनी नावाजी और गिरी हरकतों की वजह से लगातार सुर्खियों में रहने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदर गढ़ के अधीक्षक मुकुंद पटेल और उनके स्टॉप पर इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ता जहां सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ आम जनमानस को स्वास्थ्य संबंधी हर तरीके का फ्री इलाज करने की बात कर रहे हैं तो वहीं सरकारी डॉक्टर अपनी ड्यूटी के दौरान अपने निजी प्राइवेट अस्पताल में इलाज कर रहे हैं। चंद पैसों के लालच में खिलवाड़ ही नहीं बल्कि जनता को लूटने का भी कार्य कर रहे हैं। जनता जानना चाहती है कि आखिर ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं,और अगर कार्यवाही होती भी है तो इतिश्री होकर ही क्यों रह जाती है।पूर्व में रहे अधीक्षक भी इन कार्यों की वजह से लगातार मीडिया की सुर्खियों में छाए रहते थे लेकिन उनके जाने के बाद कुछ दिनों तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदर गढ़ का हाल इतना बेहाल रहा की कुछ कहना मुनासिब नही होगा।भाजपा की सरकार में उनके सरकारी तन्त्र के स्वास्थ्य विभाग ने सिर्फ कागजी कार्यों में ही हैदर गढ़ सीएचसी को नंबर वन पाया गया लेकिन लगातार शिकायत पर शिकायत होती रही फिर भी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगा। जितेंद्र सोनी एक सरकारी डॉक्टर है जो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदर गढ़ में हड्डी रोग विशेषज्ञ के तौर पर तैनात हैं पिछले कई सालों से तैनात डॉ जितेंद्र सोनी ने हैदर गढ़ में अपना एक निजी अस्पताल बछरावां चौराहे पर खोला है जो कि पिछले 2 सालों से चला रहे हैं कई बार जनता जनार्दन ने सवाल भी उठाए लेकिन उनकी आवाज को दबा दिया गया,फिर भी जनता यह जानना चाहती है कि प्राइवेट अस्पताल चलाकर जितेंद्र सोनी लूटने का कार्य किसके संरक्षण में कर रहा है।आखिर आज तक किसी ने इसका इजाफा नहीं लगा पाया है इतना ही नहीं जब बात आती है कि सरकारी कर्मचारी को किसी निजी तौर पर अपना प्राइवेट अस्पताल चलाना एक कानूनी जुर्म है। तो ऐसे हालातों को देखने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगढ़ अधीक्षक मुकुंद पटेल भी उनको अपना सहारा बताते चले आए हैं। देखना यह होगा क्या आखिर ऐसे ही भ्रष्ट अधीक्षक और उनके डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग बढ़ावा देगा या फिर कोई कार्यवाही भी करेगा। *सीएचओ भी नही जातीं है ड्यूटी** सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगढ़ में तैनात कई सी एच ओ अपनी ड्यूटी से वंचित भी रहती हैं ऐसा एक निजी समाचार पत्र के सर्वे में पाया ही नहीं गया बल्कि सब सेंटर पर उपस्थित है लोगों ने भी यह बताया है कि यहां पर सी एच ओ महीनों से नहीं आती है। जबकि सीएसओ की ड्यूटी उनके सब सेंटर पर ओपीडी में लगाई जानी चाहिए ऐसी बात सरकारी दस्तावेजों में होती जरूर है लेकिन हैदर गढ़ में तैनात सी एच ओ कभी भी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद नहीं पाई जाती कई बार इन सीएचओ की शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई लेकिन महा भ्रष्ट अधीक्षक मुकुंद पटेल उनको छुट्टी दिखाकर मैनेज करने की बात करने लगते हैं शरीफाबाद सब सेंटर पर तैनात सी एच ओ रस्मी अपनी ड्यूटी से वंचित रही लेकिन जब इस मामले में सीएससी अधीक्षक मुकेश पटेल से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। ध्यान से पढ़ना हमारा अगला एपिसोड।।